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    गणानाथ उत्सव

    Gananath Fair Mela

    देवालयीय उत्सवों में कतिपय दशक पूर्व तक अल्मोड़ा जनपदस्थ गणानाथ का उत्सव भी काफी प्रसिद्ध था। यहां पर इसका आयोजन मैदानी दीवाली के 15 दिन बाद किया जाता था। यह इस क्षेत्र के द्यूतकारों की अपील के रूप में जाना जाता था। इसमें अल्मोड़ा, नैनीताल जनपदों के जुआरी अपनी अपील के लिए यहां एकत्र होकर जुआ खेलते थे। द्यूतकीडा एवं प्रकाशपर्व के अतिरिक्त इस दिन रात्रि को इस क्षेत्र की नि:सन्तान महिलाएं अथवा पुत्रसन्तति की कामना करने वाली महिलाएं हाथों में जलते हुए दीपक लेकर सारी रात शिव की आराधना में खड़ी रहती थीं। किन्त पिछले कछ दशकों में द्यूूतक्रीडा पर प्रतिबन्ध लग जान तथा सन्तानोत्पत्ति के दैवी उपायों के प्रति लोगों की आस्था का ह्रास हो जाने से अब यह उत्सव नामशेष होता जा रहा है।


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