ब्रज मण्डल देश दिखाओ रसिया।।2।। तेरे ब्रज में गाय बहुत है पी पी दूध भई पठियाँ। ब्रज मण्डल....... तेरे ब्रज में धान बहुत है, फटकें नारि कूटें रसिया। ब्रज मण्डल...... तेरे ब्रज में गीत बहुत हैं, गावें नारी सुनें रसिया। ब्रज मण्डल......
कामिनी भर भर मारत रंग, भर भर मारत रंग कामिनी भर पिचक...
होली आई रे कन्हाई रंग छलके सुना दे जरा बांसुरी होली...
जमुना तट राम खेलें होरी, जमुना तट श्याम खेलें दौड़ि द...
उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि
देवी भगवती मैया कोटगाड़ी की देवी मैया देवी भगवती मैय...
सुन ले दगडिया बात सूड़ी जा बात सूड़ी जा तू मेरी, हिरदी...
जल कैसे भरूं जमुना गहरी ठाड़ी भरूं राजा राम जी देखे। ...
हाँ हाँ हाँ मोहन गिरधारी। हाँ हाँ हाँ ऐसो अनाड़ी चुनर...
शिव के मन माहि बसे काशी आधी काशी में बामन बनिया, आधी...
सिद्धि को दाता विघ्न विनाशन होली खेले गिरजापति नन्द...
गोरी गंगा भागरथी को क्या भलो रेवाड़, खोल दे माता खोल ...
हरि धरे मुकुट खेले होली, सिर धरे मुकुट खेले होली-2, ...
कैले बांधी चीर, हो रघुनन्दन राजा। कैले बांधी गणपति ब...
हे रामधनी आंख्यु म छे तेरी माया रामधनी हिया म छे लाज...
नाई-सुप-माण नै, एक गास दिनै रै। भाई को भरौस होल, तू ...
अगस्त 12, व तिथी छा शुभ, कैथे पता छा, गढ़रत्न च् हुँय...
गढ़ छोड़ि दे लंका रावन, लंका जैसो कोट हमारो, समुंदर जै...
सीता राम को ब्याह जनकपुर जाना है ।। कै लख आये रे हस्...
जै जै बागनाथ तेरी, जै जै गड़ माई। तेरा दरबार। यो खोरा...
घुघुती बासुती, माम कां छ माल कोटी।, कि लालो, दुदु भा...
क्या दिन क्या रात हेजी हो क्या दिन क्या रात कैन न नि...
देवदार अब उतने कहाँ मिलते है सहसा कभी आता था पहाड़ , ...
आ लिली बाकरी लिली | हीरा सिंह राणा | कविता | Aa Lile...